यूजीसी-नेट परीक्षा, दिसम्बर 2004 शिक्षाशास्त्र: द्वितीय प्रश्न पत्र [ UGC-NET EXAM,DECEMBER- 2004 EDUCATION SECOND PAPER]

यू जी सी नेट परीक्षा दिसम्बर 2004 शिक्षाशास्त्र :द्वितीय प्रश्न पत्र[UGC NET EXAM,DECEMBER-2004 EDUCATION SECOND PAPER]

इस प्रश्न-पत्र में पचास (50) बहुविकल्पीय प्रश्न है। प्रत्येक प्रश्न के दो अंक हैं। सभी प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

  1. नकारात्मक शिक्षा की संकल्पना किसने बताई थी?

(A) सार्ज
(B) डीवी
(C) रूसो
(D) पेस्टालॉजी

2 दर्शनशास्त्र की कौन-सी शाखा अनुभवों के पुर्नसंरचना पर बल देती है?

(A) आदर्शवाद
(B) प्रकृतिवाद
(C) यथार्थवाद
(D) प्रयोजनवाद

  1. एमिली’ यह निम्न पर प्रथम प्रबंध है:

(A) आदर्शवाद
(B) यथार्थवाद
(C) प्रकृतिवाद
(D) प्रयोजनवाद

  1. सांविधिक निर्देशों के अनुसार, शिक्षा :

(A) सबको उपलब्ध होनी चाहिए।
(B) सबको अभिगम्य होनी चाहिए।
(C) सबके लिए अनिवार्य होनी चाहिए।
(D) उपर्युक्त सभी।

  1. वेद हमें सिखाते हैं कि :

(A) रचना का कोई प्रारम्भ नहीं है।
(B) रचना का कोई अन्त नहीं है।
(C) रचना प्रारम्भ एवं अन्त से हीन है।
(D) रचना का एक निश्चित प्रारम्भ है तथा एक अन्त भी है।

  1. “ज्ञान की कोई अनासक्त अनुसरण नहीं और न ही स्वयं में अपने आप बौद्धिक शिक्षा नहीं यह नारा किसका था?

(A) यथार्थववादियों
(B) आदर्शवादियों
(C) प्रयोजनवादियों
(D) प्रकृतिवादियों

  1. वह कौन-सा दर्शनशास्त्र है जो कि किसी अध्यापक की भूमिका का एक नियमबद्ध अनुशासनवादी के रूप में समर्थन करता है?
    (A) आदर्शवाद
    (B) प्राकृतिवाद
    (C) यथार्थवाद
    (D) अस्तित्ववाद

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